शरद पवार की मौजूदगी में पीएम मोदी हुए लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित, गणेश मंदिर में पूजा की
NCP नेता शरद पवार ने आज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तिलक स्मारक ट्रस्ट के समारोह में मंच साझा किया. विपक्षी एकता की कवायद और एनसीपी में फूट के बीच शरद पवार के निर्णय विपक्षी दलों, खास कर कांग्रेस को रास नहीं आया है. बता दें कि पुणे में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को ट्रस्ट द्वारा लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
बता दें कि यह पहला ऐसा मौका है, जब अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार और पीएम मोदी किसी कार्यक्रम में एक साथ मंच साझा कर रहे हैं.
मोदी ने पीएम पद पर रहते हुए मंदिर में वहां पूजा-अर्चना की
तिलक स्मारक ट्रस्ट के कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पुणे के दगडूशेठ मंदिर में पूजा-अर्चना की पुणे (महाराष्ट्र), एक अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री मोदी ने पुणे के दगडूशेठ हलवाई गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की. दिल्ली से पुणे पहुंचने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी शिवाजी रोड स्थित इस प्रसिद्ध गणेश मंदिर में पहुंचे. मंदिर के न्यासियों ने बताया कि मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने इस पद पर रहते हुए मंदिर के दर्शन किये तथा वहां पूजा-अर्चना की. दगडूशेठ हलवाई मंदिर का प्रबंधन श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट करता है और यह राज्य के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है तथा श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां विराजमान देवता मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं.
फखरुद्दीन अली अहमद राष्ट्रपति पद पर रहते हुए मंदिर आये थे
फखरुद्दीन अली अहमद राष्ट्रपति पद पर रहते हुए मंदिर आये थे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, चंद्रशेखर तथा आई के गुजराल पद छोड़ने के बाद मंदिर में पूजा-अर्चना कर चुके हैं. वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी यहां दर्शन करने आये थे, जबकि शंकर दयाल शर्मा राष्ट्रपति पद का अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद मंदिर में आये थे.
बिस्मिल्लाह खान और लता मंगेशकर ने भी इस मंदिर के दर्शन किये थे
हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राकांपा प्रमुख शरद पवार, पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंदिर के दर्शन किये थे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत भी मंदिर में पूजा-अर्चना कर चुके हैं. ट्रस्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पंडित भीमसेन जोशी, बिस्मिल्लाह खान और लता मंगेशकर ने भी इस मंदिर के दर्शन किये थे.